सौ गुणा बढ़ जाती है खूबसूरती महज मुस्कराने से ।
फिर भी बाज़ नहीं आते है लोग बुरा सा मुँह बनाने से ।।
Tuesday 31 March 2015
मुस्कराहट
Monday 30 March 2015
Tuesday 10 March 2015
गम के पास तलवार, मैं उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूँ।
ऐ जिंदगी, तेरी हर चाल के लिए मैं एक चाल लिए बैठा हूँ।
लुत्फ़ उठा रहा हूँ मैं भी आँख-मिचोली का, मिलेगी कामयाबी हौसला कमाल लिए बैठा हूँ।
चल मान लिया दो-चार दिन नहीं मेरे मुताबिक, गिरेबान में अपने सुनहरे साल लिए बैठा हूँ।
ये गहराइयाँ, ये लहरें, ये तूफाँ, तुम्हे मुबारक, मुझे क्या फिक्र मैं कश्ती बेमिसाल लिए बैठा हूँ।
लुत्फ़ उठा रहा हूँ मैं भी आँख-मिचोली का, मिलेगी कामयाबी हौसला कमाल लिए बैठा हूँ।
चल मान लिया दो-चार दिन नहीं मेरे मुताबिक, गिरेबान में अपने सुनहरे साल लिए बैठा हूँ।
ये गहराइयाँ, ये लहरें, ये तूफाँ, तुम्हे मुबारक, मुझे क्या फिक्र मैं कश्ती बेमिसाल लिए बैठा हूँ।
सफर है ज़िँदगी का, ............यादें कुछ पलोँ की। सुकून मेरे दिल का, .........हँसी उनके लबोँ की। ग़म उनको खोने का, ......चाहत उनको पाने की। इरादा उनके साथ का, ......नज़र लगी जमाने की। सब्र मेरी आशिकी का, ........वफा उनके वादोँ की। दर्द दूर होने का, ..........ख़ता थी इरादों की। प्यार समझा खेल उनका, ......भूल मेरे अफ़साने की। खुशी ही तो माँगी थी, ......उनसे दिल लगाने की। सज़ा मुझको खूब मिली, ...पत्थर से दिल लगाने की। कहाँ हैसियत थी 'सागर', .....उनकी प्यास बुझाने की।
मैं गँवार हूं...गांव का गवाँर हूँ...
क्योंकि मेरे आदर्श शहीद चंद्रशेखर आज़ाद और भगत सिंह है,
सनी लियोन या हनी सिंह नहीं.
.
हाँ मैं गांव का गवाँर हूँ,
क्योंकि मेरे घर मेँ तुलसी का पौधा है,
मनीप्लान्ट नही..
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हाँ मैं गवाँर हूँ,
क्योंकि मेरे घर गीता- रामायण पढ़ी जाती है,
सत्य कथा या मनोहर कहानियाँ नही..
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हाँ मैं गवाँर हूँ,
क्योंकि मातृभाषा हिन्दी लिखता हूँ,
फिरंगियों की भाषाअँग्रेजी नहीं..
.
हाँ मैं गवाँर हूँ,
क्योंकि हमारे घर महाराणा प्रताप देखा जाता हैं,
फ़ैशन टीवी नहीं..
.
हाँ मैं गवाँर हूँ,
क्योंकि परिवार की बहन बेटी घर पर,
तीज- त्यौहार मनाती हैं...
क्लब या डिस्को में नही…
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अगर ये गवाँरपना है तो
मैं गवाँर हूँ,
जिन्हे पसंद हो उन्हे उनकी पश्चिमी सभ्यता मुबारक…
वो पश्चिम जहाँ सूरज भी जाकर डूब जाता है...
🚩राम राम🚩
एक औरत गर्भ से थी
पति को जब पता लगा
की कोख में बेटी हैं तो
वो उसका गर्भपात
करवाना चाहते हैं
दुःखी होकर पत्नी अपने
पति से क्या कहती हैं :-
सुनो, ना मारो इस नन्ही कलि को, वो खूब सारा प्यार हम पर लुटायेगी, जितने भी टूटे हैं सपने, फिर से वो सब सजाएगी..
सुनो, ना मारो इस नन्ही कलि को, जब जब घर आओगे तुम्हे खूब हंसाएगी, तुम प्यार ना करना बेशक उसको, वो अपना प्यार लुटाएगी..
सुनो ना मारो इस नन्ही कलि को, हर काम की चिंता एक पल में भगाएगी, किस्मत को दोष ना दो, वो अपना घर आंगन महकाएगी..
😑ये सब सुन पति अपनी पत्नी को कहता हैं :-
सुनो में भी नही चाहता मारना इसनन्ही कलि को, तुम क्या जानो, प्यार नहीं हैं क्या मुझको अपनी परी से, पर डरता हूँ समाज में हो रही रोज रोज की दरिंदगी से..
क्या फिर खुद वो इन सबसे अपनी लाज बचा पाएगी, क्यूँ ना मारू में इस कलि को, वो बहार नोची जाएगी.. में प्यार इसे खूब दूंगा, पर बहार किस किस से बचाऊंगा,
जब उठेगी हर तरफ से नजरें, तो रोक खुद को ना पाउँगा.. क्या तू अपनी नन्ही परी को, इस दौर में लाना चाहोगी,
जब तड़फेगी वो नजरो के आगे, क्या वो सब सह पाओगी, क्यों ना मारू में अपनी नन्ही परी को, क्या बीती होगी उनपे, जिन्हें मिला हैं ऐसा नजराना, क्या तू भी अपनी परी को ऐसी मौत दिलाना चाहोगी..
ये सुनकर गर्भ से आवाज आती है.....ं सुनो माँ पापा- मैं आपकी बेटी हूँ मेरी भी सुनो :-
🙆पापा सुनो ना, साथ देना आप मेरा, मजबूत बनाना मेरे हौसले को, घर लक्ष्मी है आपकी बेटी, वक्त पड़ने पर मैं काली भी बन जाऊँगी
💁पापा सुनो, ना मारो अपनी नन्ही कलि को, तुम उड़ान देना मेरे हर वजूद को, में भी कल्पना चावला की तरह, ऊँची उड़ान भर जाऊँगी..
🙅पापा सुनो, ना मारो अपनी नन्ही कलि को, आप बन जाना मेरी छत्र छाया, में झाँसी की रानी की तरह खुद की गैरो से लाज बचाऊँगी...
😗पति (पिता) ये सुन कर मौन हो गया और उसने अपने फैसले पर शर्मिंदगी महसूस करने लगा और कहता हैं अपनी बेटी से :-
मैं अब कैसे तुझसे नजरे मिलाऊंगा, चल पड़ा था तेरा गला दबाने, अब कैसे खुद को तेरेे सामने लाऊंगा, मुझे माफ़ करना ऐ मेरी बेटी, तुझे इस दुनियां में सम्मान से लाऊंगा..
वहशी हैं ये दुनिया तो क्या हुआ, तुझे मैं दुनिया की सबसे बहादुर बिटिया बनाऊंगा.
मेरी इस गलती की मुझे है शर्म, घर घर जा के सबका भ्रम मिटाऊंगा बेटियां बोझ नहीं होती.. अब सारे समाज में अलख जगाऊंगा!!! Share this beautiful msg with all
सुनो, ना मारो इस नन्ही कलि को, वो खूब सारा प्यार हम पर लुटायेगी, जितने भी टूटे हैं सपने, फिर से वो सब सजाएगी..
सुनो, ना मारो इस नन्ही कलि को, जब जब घर आओगे तुम्हे खूब हंसाएगी, तुम प्यार ना करना बेशक उसको, वो अपना प्यार लुटाएगी..
सुनो ना मारो इस नन्ही कलि को, हर काम की चिंता एक पल में भगाएगी, किस्मत को दोष ना दो, वो अपना घर आंगन महकाएगी..
😑ये सब सुन पति अपनी पत्नी को कहता हैं :-
सुनो में भी नही चाहता मारना इसनन्ही कलि को, तुम क्या जानो, प्यार नहीं हैं क्या मुझको अपनी परी से, पर डरता हूँ समाज में हो रही रोज रोज की दरिंदगी से..
क्या फिर खुद वो इन सबसे अपनी लाज बचा पाएगी, क्यूँ ना मारू में इस कलि को, वो बहार नोची जाएगी.. में प्यार इसे खूब दूंगा, पर बहार किस किस से बचाऊंगा,
जब उठेगी हर तरफ से नजरें, तो रोक खुद को ना पाउँगा.. क्या तू अपनी नन्ही परी को, इस दौर में लाना चाहोगी,
जब तड़फेगी वो नजरो के आगे, क्या वो सब सह पाओगी, क्यों ना मारू में अपनी नन्ही परी को, क्या बीती होगी उनपे, जिन्हें मिला हैं ऐसा नजराना, क्या तू भी अपनी परी को ऐसी मौत दिलाना चाहोगी..
ये सुनकर गर्भ से आवाज आती है.....ं सुनो माँ पापा- मैं आपकी बेटी हूँ मेरी भी सुनो :-
🙆पापा सुनो ना, साथ देना आप मेरा, मजबूत बनाना मेरे हौसले को, घर लक्ष्मी है आपकी बेटी, वक्त पड़ने पर मैं काली भी बन जाऊँगी
💁पापा सुनो, ना मारो अपनी नन्ही कलि को, तुम उड़ान देना मेरे हर वजूद को, में भी कल्पना चावला की तरह, ऊँची उड़ान भर जाऊँगी..
🙅पापा सुनो, ना मारो अपनी नन्ही कलि को, आप बन जाना मेरी छत्र छाया, में झाँसी की रानी की तरह खुद की गैरो से लाज बचाऊँगी...
😗पति (पिता) ये सुन कर मौन हो गया और उसने अपने फैसले पर शर्मिंदगी महसूस करने लगा और कहता हैं अपनी बेटी से :-
मैं अब कैसे तुझसे नजरे मिलाऊंगा, चल पड़ा था तेरा गला दबाने, अब कैसे खुद को तेरेे सामने लाऊंगा, मुझे माफ़ करना ऐ मेरी बेटी, तुझे इस दुनियां में सम्मान से लाऊंगा..
वहशी हैं ये दुनिया तो क्या हुआ, तुझे मैं दुनिया की सबसे बहादुर बिटिया बनाऊंगा.
मेरी इस गलती की मुझे है शर्म, घर घर जा के सबका भ्रम मिटाऊंगा बेटियां बोझ नहीं होती.. अब सारे समाज में अलख जगाऊंगा!!! Share this beautiful msg with all
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