Tuesday 13 January 2015
Thursday 8 January 2015
Friday 2 January 2015
मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं..
तुम मत मेरी मंजिल आसान करो..
हैं फ़ूल रोकते, काटें मुझे चलाते..
मरुस्थल, पहाड चलने की चाह बढाते..
सच कहता हूं जब मुश्किलें ना होती हैं..
मेरे पग तब चलने मे भी शर्माते..
मेरे संग चलने लगें हवायें जिससे..
तुम पथ के कण-कण को तूफ़ान करो..
मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं..
तुम मत मेरी मंजिल आसान करो..
अंगार अधर पे धर मैं मुस्काया हूं..
मैं मर्घट से ज़िन्दगी बुला के लाया हूं..
हूं आंख-मिचौनी खेल चला किस्मत से..
सौ बार म्रत्यु के गले चूम आया हूं..
है नहीं स्वीकार दया अपनी भी..
तुम मत मुझपर कोई एह्सान करो..
मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं..
तुम मत मेरी मंजिल आसान करो..
शर्म के जल से राह सदा सिंचती है..
गती की मशाल आंधी मैं ही हंसती है..
शोलो से ही श्रिंगार पथिक का होता है..
मंजिल की मांग लहू से ही सजती है..
पग में गती आती है, छाले छिलने से..
तुम पग-पग पर जलती चट्टान धरो..
मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं..
तुम मत मेरी मंजिल आसान करो..
फूलों से जग आसान नहीं होता है..
रुकने से पग गतीवान नहीं होता है..
अवरोध नहीं तो संभव नहीं प्रगती भी..
है नाश जहां निर्मम वहीं होता है..
मैं बसा सुकून नव-स्वर्ग “धरा” पर जिससे..
तुम मेरी हर बस्ती वीरान करो..
मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं..
तुम मत मेरी मंजिल आसान करो..
मैं पन्थी तूफ़ानों मे राह बनाता..
मेरा दुनिया से केवल इतना नाता..
वेह मुझे रोकती है अवरोध बिछाकर..
मैं ठोकर उसे लगाकर बढ्ता जाता..
मैं ठुकरा सकूं तुम्हें भी हंसकर जिससे..
तुम मेरा मन-मानस पाशाण करो..
मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं..
तुम मत मेरी मंजिल आसान करो..
"सफ़र नया, हमसफ़र नया, नया है अब कारवां"सफ़र नया, हमसफ़र नया, नया है अब कारवां
शहर नया, रहगुज़र नया, नया है अब रास्ता
जाना कहाँ, किस ओर है, नही कोई भी खबर
मंज़र नया, मर्क़ज़ नया, नया है अब काफ़िला
इरादों की ज़मीं पर, ख़्वाबों की बगिया खिला
शज़र नया, गुलशन नया, नया है अब बागबां
एहसास की नदी में यूँ, बहता जा तू धीरे धीरे
शऊर नया, दस्तूर नया, नया है अब जायज़ा
ज़िन्दगी का फ़लसफा, रूहानियत में है छुपा
समर नया, सरवर नया, नया है अब पासबां
उङने को तू आज़ाद है, पंख अपने खोल ज़रा
हुनर नया, परवाज़ नया, नया है अब आसमां
मन की आँखों से कभी, देख तू खुद को यहाँ
असर नया, अंदाज़ नया, नया है अब आईना
राह पर अब अपनी, चल तू फिर से 'HD'
सफ़र नया, रहबर नया, नया है अब कारवां
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