Tuesday 22 November 2016

रिश्तों में कभी बराबरी नही होती
सबकी अपनी अपनी जिम्मेदारी होती है ...
             

Monday 21 November 2016

तन्हा सी कुछ यादें है

न वो बेनज़ीर सी बातें हैं
न वो मखमली मुलाकातें हैं
अब तो बस साथ मेरे
तन्हा सी कुछ यादें हैं।

वो तसव्वुर पर बंदिशें लगाना
बहुत याद आता है अब
तन्हाई में अक्सर साथ तुम्हारा
दिल को बहुत भाता है अब।

बरसों बीत गए हैं लेकिन
आज तक मैं सो नहीं पाया
कोशिश करके देख लिया
किसी का भी हो नहीं पाया।

पता नहीं तुमने मुझ पर
ऐसा क्या जादू किया था
के इश्क़ के शर्बत को मैंने
तुम्हारी आँखों से पिया था।

न वो गुज़ारिश भूला ये दिल
न वो बारिश, न वो साहिल
सफ़र-ए-ज़िन्दगी में मेरा
तू ही पता, तू ही मन्ज़िल।

न वो बेनज़ीर सी बातें हैं
न वो रेशम सी रातें हैं
अब तो बस साथ मेरे
तन्हा सी कुछ यादें हैं।।

@RockShayar
@RoyalStarHD