Tuesday 13 January 2015

चलो दुनिया को आपस मे बांट लेते है
सूरज तुम्हारा ,रोशनी हमारी ! आसमान
तुम्हारा,सितारे हमारे !
चांद तुम्हारा,चांदनी हमारी
अरे नही ? नही चलो कुछ इस तरह
करते है
सब कुछ तुम्हारा ओर तुम हमारे ओर सिर्फ हमारे बस हमारे,,,

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