Friday 2 January 2015


"सफ़र नया, हमसफ़र नया, नया है अब कारवां"सफ़र नया, हमसफ़र नया, नया है अब कारवां
शहर नया, रहगुज़र नया, नया है अब रास्ता
जाना कहाँ, किस ओर है, नही कोई भी खबर
मंज़र नया, मर्क़ज़ नया, नया है अब काफ़िला
इरादों की ज़मीं पर, ख़्वाबों की बगिया खिला
शज़र नया, गुलशन नया, नया है अब बागबां
एहसास की नदी में यूँ, बहता जा तू धीरे धीरे
शऊर नया, दस्तूर नया, नया है अब जायज़ा
ज़िन्दगी का फ़लसफा, रूहानियत में है छुपा
समर नया, सरवर नया, नया है अब पासबां
उङने को तू आज़ाद है, पंख अपने खोल ज़रा
हुनर नया, परवाज़ नया, नया है अब आसमां
मन की आँखों से कभी, देख तू खुद को यहाँ
असर नया, अंदाज़ नया, नया है अब आईना
राह पर अब अपनी, चल तू फिर से 'HD'
सफ़र नया, रहबर नया, नया है अब कारवां

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